आधुनिक युग में मोबाइल का बढ़ता हुआ प्रयोग बच्चों की कई मानसिक व शारीरिक गतिविधियों में अवरोध का कारण बन चुका हैं। अत: बच्चों को खेल के प्रति जागरुक करना आवश्यक हैं ।
जीवन विभिन्न क्षेत्रो में खेल एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता हैं।
1. खेल द्वारा शारीरिक विकास- खेल द्वारा माँस- पेशियों का विकास होता है। खेल भोजन को पचाने में सहायक होते हैं। खेलों द्वारा शरीर का व्यायाम होता है। खेल शरीर में रक्त संचार में सहायक होते हैं अतः खेल द्वारा शारीरिक विकास को बहुत योगदान मिलता हैं।
2. मानसिक विकास – बालक में सीखने की प्रक्रिया का प्रारम्भ जन्म के कुछ दिनों बाद ही हो जाता हैं। जैसे-जैसे उसकी मानसिक परिपक्वता बढती जैसे हैं। उसमें सीखने व समझने की क्षमता उतनी ही बढ़ जाती हैं। खेल के माध्यम से बच्चा बहुत कुछ सीखता हैं। जिससे उनकी मानसिकता का विकास होता हैं।
3. भाषा का विकास – खेल के माध्यम से बच्चों में भाषा का विकास होता है। कुछ बच्चे जल्दी बोलना सीखते हैं व कुछ बच्चें देरी से बोलना सीखते हैं। लेकिन खेल द्वारा बच्चों में एक दुसरे, बोलने की प्रवृत्ति का विकास होता हैं। खेल द्वारा बालक के शब्दकोष में, नित्य नये शब्दों का समावेश होता हैं। खेलों में बच्चा अपनी भाषा का खुलकर प्रयोग करता हैं क्योंकी वहाँ उसको रोकने-टोकने बाला कोई नहीं होता।
4. नैतिक विकास में खेलों का योगदान – खेल द्वारा बालक नियमों का पालन करना सीखता हैं। हार और जीत के नियम को समझने की शक्ति का विकास होता हैं। बच्चा खेलों के माध्यम से सही वू गलत में अन्तर् करना सीखते हैं। खेल के माध्यम से बच्चों में विभिन्न नैतिक मूल्यों का विकास होता है।
5. खेल का शिक्षा में योगदान – खेल के माध्यम से शिक्षा को समझना बहुत आसान हो जाता हैं। खेल शिक्षा साधन में महत्वपूर्ण स्थान रखता हैं। खेल शिक्षा को आसान व रुचिकर बनाने में सहायक सिद्ध हुये हैं। खेलों के माध्यम से बच्चा अपने वातावरण की वस्तुओं, स्थितियो एंव सूचनाओं को आसानी से ग्रहणं कर लेता हैं।
मान्टेसरी प्रणाली में छोटे-छोटे बच्चों को खेल द्वारा शिक्षा दी जाती हैं। छोटे बच्चे खेल हारा हर सूचना को बहुत जल्दी सीखते हैं व नई चीजों में खचि लेने लगते हैं। अनेक प्रकार की रंग-बिरंग सामग्रीयों के द्वारा बच्चें लिखना व पढ़ना, गिनती तथा सामान्य ज्ञान प्राप्त करते हैं।
अतः आधुनिक युग में बच्चों में खेल के प्रति रुचि उत्पन्न करना अत्यन्त आवश्यक हैं ।
BY नेहा जैन
UC Kindies International Preschool, Manoramaganj (Indore)